इस बीच अब सचिन पायलट की ओर से बातचीत का फॉर्मूला सामने रखा जा रहा है. इसी संदेश को लेकर केंद्रीय नेतृत्व की ओर से राजीव साटव जयपुर पहुंचेंगे. सूत्रों की मानें, तो सचिन पायलट की मांग है कि उनके चार विधायकों को मंत्री बनाया जाए. साथ ही सचिन पायलट को वित्त और गृह मंत्रालय दिया जाए और प्रदेश अध्यक्ष का पद भी उनके पास ही रहे. बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी खुद इस मामले में एक्टिव हैं और अशोक गहलोत-सचिन पायलट से बात कर रही हैं. ताकि मामले को सुलझाया जा सके. नरम पड़ गए सचिन पायलट? गौरतलब है कि सचिन पायलट लगातार दावा कर रहे थे कि उनके पास 30 से अधिक विधायकों का समर्थन है, लेकिन अब ऐसा नहीं दिख रहा है क्योंकि अशोक गहलोत सौ से अधिक विधायकों की परेड करा चुके हैं. ऐसे में सचिन पायलट की ओर से सुलह की कोशिश की जा सकती है, लेकिन अब कांग्रेस पर नजर रहेगी कि वो क्या फैसला लेते हैं. बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने सोमवार दोपहर को ही अपील की थी कि सचिन पायलट चाहें तो बात कर सकते हैं, वो बैठक में आएं और सभी मुद्दों को हल करने पर विचार करें. हालांकि तब लगातार सचिन पायलट की ओर से बैठक में जाने से इनकार किया जा रहा था.
#News #AgraMirror #RajsthanPoliticalDrama
सचिन पायलट बोले- मैं सौ बार कह चुका हूं कि बीजेपी ज्वॉइन नहीं कर रहा हूं.
यूपी: पूर्व स्वास्थ्य अधिकारी समेत परिवार के पांच सदस्यों की लाशें घर में मिलीं, मृतकों में दो मासूम
HARYANA GOVT. हरियाणा में गांधी-नेहरू परिवार की संपत्तियों की होगी जांच, खट्टर सरकार का फैसला.
एडिटर की कलम से : मोस्ट वॉन्टेड विकास दुबे का सरेंडर या गिरफ्तारी! एनकाउंटर से बचने के लिए अपराधियों के हथकंडे.
सुशांत सुसाइड केस: सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की सीबीआई जांच की मांग.
Coronavirus: आगरा में 10 नए मरीजों के साथ संख्या 358, अब तक आठ संक्रमितों की मौत
सचिन पायलट समेत तीन मंत्री बर्खास्त, प्रदेश अध्यक्ष पद भी छीना गया.राजस्थान के सियासी संकट में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पलड़ा भारी दिख रहा है
राजस्थान में फोन टैपिंग पर बवाल, बीजेपी ने की CBI जांच की मांग.
Breaking : 5 दिन बाद भी शिकंजे से बाहर विकास दुबे, पुलिस और गृह विभाग से CM योगी नाराज.